ख़ास खबर:राजस्व व कृषि विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारियों को दिए अतिरिक्त उपायुक्त विक्रम सिंह ने सख्त दिशा निर्देश, पोर्टल पर दर्ज करें बाजरे की फसल का ब्यौरा।

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(बिलाल अहमद)
ब्यूरो रिपोर्ट नूह मेवात।
ख़ास खबर:राजस्व व कृषि विभाग के  सभी अधिकारी कर्मचारियों को दिए अतिरिक्त उपायुक्त  विक्रम सिंह  ने सख्त दिशा निर्देश, पोर्टल पर  दर्ज करें  बाजरे की फसल का ब्यौरा।


 अतिरिक्त उपायुक्त विक्रम सिंह की अध्यक्षता में रविवार को जिला सचिवालय के सभागार में जिला के सभी राजस्व व कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक हुई। इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
    अतिरिक्त उपायुक्त ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला में जिन किसानों ने बाजरे की फसल अपने खेतों में लगाई थी तथा उन्होंने जो विवरण पोर्टल पर दर्ज कराया है उसका पूरा विवरण जैसे खेत का खसरा नंबर, लोकेशन, फोटोग्राफ आदि हरसेक पर अपलोड करें। श्री विक्रम ने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी प्राथमिकता के आधार पर इस कार्य को करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारी आपसी तालमेल से इस कार्य को पूरा करवाएं ताकि ताकि किसानों को अपना बाजरा बेचने में कोई परेशानी न आए।
    उन्होंने बताया कि बाजरा की सरकारी खरीद सरकार द्वारा दी गई हिदायतों अनुसार 01 अक्तूबर से 15 नवम्बर तक की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला में नूंह व तावडू मण्डी में बाजरा की खरीद हैफेड व हरियाणा वेयर हाउस कारपोरेशन द्वारा सप्ताह के 6 दिन सोमवार से शनिवार की जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीद के दौरान सभी राजपत्रित अवकाश के दिनों में भी खरीद की जाएगी। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि बाजरा का न्यूनतम् समर्थन मूल्य भारत सरकार द्वारा 1950/-रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी मापदण्ड अनुसार बाजरा में नमी की मात्रा 14 प्रतिशत से अधिक नही होनी चाहिए। बाहरी तत्व 1 प्रतिशत, अन्य खाद्यान 3 प्रतिशत, क्षतिग्र्रस्त बाजरा 1.5 प्रतिशत, हल्का क्षति ग्रस्त व रंगहीन बाजरा 4.5 प्रतिशत, घुना हुआ 1 प्रतिशत व सिकुडा हुआ तथा अविकसित बाजरा की मात्रा 4 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके लिए उन्होनें किसानों से अपील की जाती है कि वह अपना बाजरा साफ सुथरा व अच्छी तरह सुखाकर मण्डी में लाएं। उन्होंने कहा कि सरकार की हिदायत अनुसार सचिव मार्किट कमेटी को सप्ताह के 6 दिन सोमवार से शनिवार अपने कार्यालय खुले रखने के साथ-2 सभी मण्डी खुली रखने व मण्डी गेट के दोनों गेेटों पर सी.सी.टी.वी. कैमरा लगवाने के निर्देश दिए गए। ताकि काला बाजारी को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि प्राय: देखने में आया है कि मण्डियों में आने वाले बाजरा में सिकुडा हुआ व अविकसित बाजरा की मात्रा अधिक पाई जाती है। जिसके लिए बाजरा की सफ ाई आदि के लिए सभी मण्डी आढतियों के पास बाजरा के पास बिजली चालित झरना व पंखा आदि की सुविधा अवश्य होनी चाहिए। ताकि किसान के बाजरा को नियमानुसार साफ किया जा सके।                    अतिरिक्त उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बाजरा खरीद बारे किसी भी प्रकार की शिकायत की समस्या को दूर करने के लिए सभी एसडीएम को निर्देश दिए है कि वह प्रत्येक मण्डी की जाकर चैक करें कि कही किसी प्रकार की कोई काला बाजारी तो नही चल रही है। उन्होंने बताया कि विशेष नियुक्ति करते हुए उनकी अध्यक्षता में ‘‘मण्डी लेवल ग्रिवैन्स रिड्रैसल कमेटी‘‘ निर्धारित की गई है। जिसमें उनके अतिरिक्त सम्बन्धित विभागों के 3 अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। जो मण्डी में ही बाजरा खरीद से सम्बन्धत प्राप्त शिकायतों को दूर करेंगे। जिला नूंह की तावडू मण्डी में श्री विरेन्द्र चौधरी, एच.सी.एस. तथा नूंह मण्डी में श्री प्रदीप कुमार, एच.सी.एस. की नियुक्ति सरकार द्वारा की गई है।            उन्होने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पडौसी राज्यों की सीमाओं पर नाका लगाए जाएं ताकि बाजरा की काला बाजारी पर रोक लगाई जा सके।
    इस मौके पर जिला राजस्व अधिकरी बस्तीराम, एसडीओ डा. अजीत सिंह, नायब तहसीलदार शेरसिंह जिला खाद्य एवं पूति कार्यालय से इंस्पेक्टर मनोज गोयल, सहित अन्य पटवारी व कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहें।

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